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500/1000 Rupee Banned

500/1000 Rupee Banned



08-11-2016, New Delhi:     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया । उन्होंने आज ऐलान किया कि 500 और 1000 रुपये के नोटों का लेन देन आज आधी रात से बंद हो जाएगा। उन्होंने 30 दिसंबर तक इस तरह के नोट बैंक में वापस करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग 30 दिसंबर तक 500 और 1000 रुपये के नोट जमा नहीं करा सकेंगे, वे लोग पहचान पत्र दिखाकर 31 मार्च 2017 तक नोट बदलवा सकेंगे।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि 9 नवंबर को पूरे देश में बैंक और एटीएम बंद रहेंगे। एटीएम बंद रहने के ऐलान के साथ ही देश भर के तमाम शहरों में एटीएम पर भीड़ का माहौल है। इसके अलावा 10 नवंबर को भी देश के कुछ हिस्सों में एटीएम बंद रहेंगे। इसके बाद 11 नवंबर से नए नोट प्रचलन में होंगे। हालांकि शुरुआत में इन नोटों की उपलब्धता कम रहेगी। इसलिए शुरुआती दिनों में एक दिन में एटीएम से सिर्फ 2,000 रुपये और सप्ताह में 10,000 रुपये की निकासी ही की जा सकेगी।इसके अलावा बैंक शाखाओं से 10,000 रुपये प्रतिदिन तक निकाले जा सकेंगे।

खास बात ये है की पुराने नोटो को पूरी तरह हटाने से पहले ही नये नोट आ जायेंगे. तो जो 1000 और 500 के नोटो को दबाये बैठे हैं उनको काला पैसा बदलने के लिये पूरा मौका मिल जायेगा. कम पैसे वाली सीधी जनता आनन फानन में सारे नोट डिक्लेर कर देगी.

हाइलाइट्स:

1. आरबीआई देश में बढ़ते जाली नोटों के इस्तेमाल के चलते यह फैसला लिया गया है: आरबीआई गवर्नर.

2. किसी कारणवश अगर आप 30 दिसंबर तक ये नोट जमा नहीं कर पाए, तो आपको एक आखिरी अवसर भी दिया जाएगा.

3. कालेधन को जीवन का एक सहज हिस्सा मान लिया गया था। यह सोच जीवन को दीमक की तरह खाए जा रही थी.

4. विश्व में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाले देशों में हम सबसे आगे। भ्रष्टाचार की रैंकिंग में भारत 100वें नंबर पर था, अब हम 76वें नंबर पर पहुंच पाए हैं.

आरबीआई ने हेल्पलाइन नंबर किए जारी। दिल्ली के लिए - 011-23093230 और मुबंई के लिए - 022- 22602201 नंबर जारी किए गए हैं।

नई दिल्ली:    पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को बंद करने के ऐलान के बाद विशेषज्ञ इस फैसले की समीक्षा करने में जुटे हैं। जानकारों का मानना है कि इस फैसले से गरीब, मध्यम वर्ग और नौकरी पेशा लोगों को फायदा होगा। इसके चलते रीयल एस्टेट में कीमतें कम होंगी और उच्च शिक्षा भी आम लोगों के दायरे में होगी।

ब्लैक मनी:  

1. अकसर हम करोड़ों रुपयों के नोटों को लोगों के घरों से बरामद किए जाने की खबरें सुनते हैं। इस फैसले के चलते एक तरफ सरकार के रेवेन्यू में इजाफा होगा। वहीं, ब्लैक मनी को वाइट इकॉनमी के दायरे में लाने में भी मदद मिलेगी। यही नहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में भी इसे अहम माना जा रहा है।

2. फिलहाल भ्रष्टाचार में लिप्त लोग अपनी अघोषित आय को रीयल एस्टेट सेक्टर में निवेश करके खुद को साफ-सुथरा साबित करने की कोशिश करते हैं। इस फैसले से ऐसे लोग नकद भुगतान नहीं कर सकेंगे। ऐसे में प्रॉपर्टी की कीमतें कम होंगी और गरीबों के लिए मकान का सपना आसान हो सकेगा।

3. इसके अलावा हायर एजुकेशन ऐसा सेक्टर है, जहां भ्रष्टाचार में लिप्त लोग अपनी पूंजी लगाते हैं। कैपिटेशन फीस के चलते उच्च शिक्षा आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुकी है। इस फैसले से उच्च शिक्षा के मामले में भी समानता की स्थिति आ सकेगी क्योंकि अवैध कैश लेनदेन संभव नहीं होगा। यही नहीं इससे महंगाई पर भी लगाम लग सकेगी।

लेनदेन:   11 नवंबर तक इन जगहों पर चलेंगे आपके 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोट -

a. 11 नवंबर की रात 12 बजे तक सभी अस्पतालों में इलाज के लिए 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे।

b. डॉक्टर के दिए गए पर्चे पर इन पुराने नोटों से दवा खरीदने की सुविधा भी 72 घंटे तक उपलब्ध रहेगी।

c. 11 नवंबर आधी रात तक रेलवे, बस और एयरलाइंस के टिकट बुकिंग के लिए ये नोट यूज किए जा सकेंगे।

d. केंद्र या राज्य सरकार द्वारा प्रमाणित को-ऑपरेटिव संस्थानों में भी 11 नवंबर की आधी रात तक पुराने नोट स्वीकार करने की छूट रहेगी। ऐसे संस्थाओं को अपने स्टॉक और बिक्री की सूचना अपडेट करनी पड़ेगी।

e. पेट्रोल, डीजल और सीएनजी की बिक्री के लिए भी 11 नवंबर की आधी रात तक पुराने नोट स्वीकार करने की छूट रहेगी। स्टॉक और बिक्री की सूचना रखनी होगी।

f. अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आ रहे या विदेश जा रहे लोगों के पास मौजूद पुराने नोटों में से 5 हजार मूल्य तक के नोटों को नए और मान्य नोटों से बदले जाने की इजाजत होगी।

Control:    500 और 1000 के नोटों पर रोक से भ्रष्टाचार और आतंकी नेटवर्क पर यूं लगेगी लगाम-

How does this 500 and 1000 rupee note ban will help to fight with black money and corruption

नई दिल्ली:   जाली नोटों के धंधे में शामिल लोग आमतौर पर बड़े नोटों को ही अपना निशाना बनाते हैं। अपराधी, आतंकवादी और बड़े पैमाने पर अघोषित आय रखने वाले लोगों के लिए बड़े नोटों को रखना आसान होता है। ऐसे में 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों पर रोक लगाने से ऐसे लोगों पर लगाम कसी जा सकेगी। पूरे देश में चल रही करंसी में 500 और 1000 रुपये के नोटों की हिस्सेदारी फिलहाल 86 पर्सेंट है, जबकि 2007 में यह आंकड़ा 69 पर्सेंट था।

विश्व बैंक ने जुलाई, 2010 में जारी की गई अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 2007 में भ्रष्टाचार की अर्थव्यवस्था देश की इकॉनमी के 23.2 पर्सेंट के बराबर थी, जबकि 1999 में यह आंकड़ा 20.7 पर्सेंट के बराबर थी। इसके अलावा भारत समेत कई एजेंसियों ने भी इसी तरह के अनुमान जताए थे। हार्वर्ड की स्टडी के मुताबिक बड़े करंसी नोटों को बंद करने से टैक्स से बचने वालों, वित्तीय अपराधियों, आतंकियों के आर्थिक नेटवर्क और भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सकेगी।

बड़े करंसी नोटों पर लगाम कसने के चलते अपराधियों के पकड़े जाने की संभावना अधिक होगी। बड़े नोटों को बंद करने से आतंकियों के आर्थिक नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सकेगा। आमतौर पर कैश ट्रांजेक्शन को हर जगह स्वीकार किया जाता है। इन नोटों को बड़ी संख्या में कहीं भी ले जाना आसान होता है और पकड़े जाने का खतरा बेहद कम रहता है। अपराधियों के लिए छोटे नोटों को रखने के मुकाबले इन्हें लेकर चलना आसान रहता है।

500, 1000 के नोट बंद: घबराए नहीं, ये हैं उपाय -

नई दिल्ली:    काले धन पर लगाम लगाने के लिए ऐतिहासिक फैसला लेते हुए सरकार ने 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को अमान्य करार दे दिया है। अब इन नोटों के जरिए लेन-देन नहीं किया जा सकता है। काले धन वालों को झटका लेने के लिए सरकार की तरफ से अचानक इस तरह का फैसला लिया जाना जरूरी था, लेकिन इससे फौरी तौर पर आम लोगों की भी परेशानी बढ़ गई है। घबराने की जरूरत नहीं है, आम लोगों के लिए ये हैं उपाय:

1. शांत रहें, आपके पास पुराने नोटों को बैंक या पोस्ट ऑफिस में बदलने या जमा करने के लिए 50 दिन हैं। बाकी नोट और सिक्के पहले की तरह चलते रहेंगे।

2. इमरजेंसी की जरूरतों के लिए ये उपाय हो सकते हैं-

सरकार की तरफ से मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थितियों के लिए कुछ छूट दी गई है। 8 नवंबर की आधी रात से अगले 72 घंटों तक यानी 11 नवंबर की आधी रात तक सरकारी अस्पतालों में 500 और 1000 के पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे। इस दौरान सरकारी अस्पतालों के दवाखानों में डॉक्टरों की पर्ची पर दवा खरीदने में पुराने नोटों का इस्तेमाल हो सकता है।

रेल टिकट बुकिंग और एयर ट्रेवल बुकिंग लिए पहले 72 घंटों तक पुराने नोटों का इस्तेमाल हो सकता है।

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने या विदेश जाने वाले यात्रियों के लिए 5 हजार रुपये मूल्य के पुराने नोटों को बदले जाने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

शुरुआती 72 घंटों के लिए सरकारी कंपनियों के अधिकृत पेट्रोल, डीजल और सीएनजी स्टेशनों, दूध के बूथों, सरकारी को-ऑपरेटिव स्टोर्स पर पुराने नोट चलेंगे।

इलेक्ट्रॉनिक फंड पेमेंट, क्रेडिट और डेबिट कार्ड से लेन-देन पर कोई रोक नहीं -

Action:  

1.वॉलिट्स, घर की आलमारी, ड्रावर्य, बैंक के लॉकर्स समेत उन सभी जगहों पर जहां-जहां आपने करंसी रखी हो वहां से नोट इकट्ठा कर लें।

2.इन नोटों में से 500 और 1000 के नोटों को छांट लें और अच्छे से गिन लें।

3.जाहिर है, बैंकों और डाक घरों में 10 नवंबर से लंबी कतारें रहेंगी, इसलिए इसके लिए तैयार रहें। 10 नवंबर से 24 नवंबर तक 4 हजार रुपये मूल्य तक के पुराने नोट बदले जा सकेंगे। 25 नवंबर के बाद यह सीमा बढ़ाई जाएगी। अपने साथ आईडी कार्ड ले जाना न भूलें।

4.शुरुआत में हर दिन सिर्फ 10 हजार रुपये और हर सप्ताह 20 हजार रुपये ही निकाले जा सकेंगे, इसलिए जहां तक संभव हो, खरीदारी के लिए क्रेडिट/डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करें।

5. अगर 30 दिसंबर तक आप अपने सभी पुराने नोट नहीं जमा कर पाते हैं तो कोई बात नहीं। तब भी आपके पास एक रास्ता होगा। आप आरबीआई के अधिकृत कार्यालयों पर अपना आईडी कार्ड दिखाकर एक घोषणा पत्र भरकर 31 मार्च 2017 तक इन पुराने नोटों को जमा कर सकेंगे।

6. जहां तक संभव हो, जो भी नोट जमा करें या बदलें उसके सीरियल नंबर की सूची तैयार रखें। आरबीआई पहले ही ऐलान कर चुका है कि बैंक या डाक घरों में जमा या एक्सचेंज किए जा रहे नोटों पर नजर रखी जाएगी। बहुत मुमकिन है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी इस पर नजर रखेगी कि कौन कितना धन जमा या एक्सचेंज कर रहा है, इसलिए उतना ही नोट बदलें जितने के बारे में आप टैक्स डिपार्टमेंट को एक्सप्लेन करना चाह रहे हैं।

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